मूवीः इम्पेशंट विवेक
कलाकार : विवेक सुदर्शन , स्याली भगत , हृषिकेश जोशी , चारु , मुन्नी झा
निर्माता : अशोक चौहान , मालवी एस .
निर्देशक : राहत काजमी
संगीत : नीरज श्रीवास्तव , राजा अली , शादाब भारतीय
गीत : राहत काजमी , नुसरत बदर , आमिर अली , नीरज सेंसर सर्टिफिकेट : ए
हमारी रेटिंग :***
अब जब नामी स्टार्स की मेगा बजट और टॉप बैनर्स की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर टिक
नहीं रही है , ऐसे में लीक से हटकर अलग सब्जेक्ट की कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर
अपनी लागत बटोरने के बादअच्छी खासी कमाई करने में कामयाब रही है। दिल्ली
बेस्ड न्यूकमर हीरो विवेक सुदर्शन की इस फिल्म में प्रॉडक्शन , डायरेक्शन ,
स्टार्स और तकनीकी टीम के ज्यादातर लोग नए हैं , इसके बावजूदइस टीम
ने ऐसी कहानी चुनी जो एक खास क्लास की कसौटी पर खरी उतर सकती है।
गोवा , राजस्थान की नयनाभिराम आउटडोर लोकेशन पर शूट हुई इस फिल्म में
पहली बार कैमरे का सामना कर रहे न्यूकमर विवेक सुदर्शन ने इतना जरूर साबित
किया कि वह एक्टिंग की एबीसी सीखकर ग्लैमर इंडस्ट्री में आए हैं। वहीं फिल्म में
जरूरत से ज्यादा हॉट सीन्स रखनेकी वजह समझ से परे है।
कहानी : शहर के अमीर बिजनेसमैन के बेटे विवेक ( विवेक सुदर्शन ) का जिंदगी जीने का
तरीका दूसरों से अलग है। विवेक के दिमाग में हर वक्त ऐसे ऐसे आइडिया आते हैं कि उसके
दोस्त उसे आईवी कहते है। आईवी के पास आइडिया तो बहुत है लेकिन इनमें से किसी को
वह क्रियान्वित कभी नहीं कर पाता और अपने सपनों की दुनिया में जीता है। श्रुति
( स्याली भगत ) नामी डॉक्टर की आत्मविश्वास से भरी आज के दौर की मॉडर्न लड़की
है जो अपनेसपने साकार करना जानती है। गोवा में आईवी श्रुति को जब पहली बार
देखता है तो उसे उससे श्रुति से इकतरफा प्यार हो जाता है। आईवी श्रुति को आकर्षित करने
के लिए क्या कुछ नहीं करता , लेकिन श्रुति उसकी तरफ मुड़कर भी नहीं देखती।
कुछ अर्से बाद संयोग से श्रुति और आईवी का सामना होता है। आईवी को पता
चलता है श्रुति की मंगनी हो चुकी है और शादी के बाद विदेश सेटल होने वाली है।
आईवी के दोस्त उसे किसी भी सूरत में श्रुति को हासिल करने की सलाह देती है
और आईवी उनकी सलाह मानकर उसका किडनैप कर लेता है।
एक्टिंग : नए हीरो विवेक सुदर्शन और स्याली भगत के इर्दगिर्द घूमती इस
कहानी में इन दोनों को अभिनय प्रतिभा दिखाने का भरपूर अवसर मिला। स्याली ने
अपनी पिछली फिल्मों की तरह इस बार भी अपनी हॉट ब्यूटी को कैमरे के सामने
परोसने में कोई कसर नहीं छोड़ी। वहीं विवेक सुदर्शन अपनी पहली फिल्म में निराश
नहीं करते। अन्य कलाकारों में कीर्ति कपूर और जिया खान ठीकठाक रहे।
डायरेक्शन : राहत काजमी ने अलग टाइप की कहानी पर फिल्म बनाई तो सही,
लेकिन बॉक्स ऑफिस के मोह में फंसकर कहानी में बेवजह ऐसे चालू मसालों को
फिट करने का मोह नहीं छोड़ पाए जिनसे कहानी की रफ्तार सुस्त पड़ गई।
संगीत : फिल्म में 6 गीतकार और 4 संगीतकार है। ऐसे में हर किसी ने अपनी
और से कुछ अलग और नया करने की कोशिश की है , फिल्म के दो गाने पब कल्चर
और टीन एजर्स में जरूर लोकप्रिय हो सकते हैं।
क्यों देखें : किडनैप जैसे सब्जेक्ट पर बनी फिल्म में कॉमिडी का तड़का किस स्टाइल
में लग सकता है। इस फिल्म में आप देख सकते हैं। फैमिली क्लास के लिए फिल्म
में कुछ खास नजर नहीं आता।
चंद्र मोहन शर्मा
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